जन्माष्टमी janmashtami के दिन भगवान् विष्णु अपने आठवें अवतार में श्रीकृष्ण के रूप में मथुरा में जन्म लिया था। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद माह के अष्टमी के दिन हुआ था।
जन्माष्टमी janmashtami पर्व भारतीय त्योहारों में सबसे अहम त्योहार है। इस बार जन्माष्टमी janmashtami 12 अगस्त को मनाया जाएगा। जन्माष्टमी janmashtami को भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिवस का मौके पर मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार भगवान् विष्णु अपने आठवें अवतार श्रीकृष्ण के रूप में भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष अष्टमी को मथुरा में हुआ था। भगवान् श्रीकृष्ण का जन्म अर्धरात्रि में कारागार में बंद देवकी और वासुदेव के यहां हुआ था। लेकिन कंस के डर के कारण वासुदेव ने श्रीकृष्ण को टोकरी में लेकर गोकुल चले गए जहां यशोदा और नंद के यहां इनका पालन पोषण हुआ।
श्रीकृष्ण बचपन में बहुत नटखट थे और इनका विवाह रुक्मणि से हुआ था। भगवान श्रीकृष्ण बड़े होकर कंस का वध किया और अपने मां और पिता को रिहा करवाया। इसके बाद भगवान श्रीकृष्ण ने पांडवों के साथ कुरूक्षेत्र में कौरव को परास्त किया।
जन्माष्टमी janmashtami के दिन भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में जहां हिंदू है। बड़ी धूम - धाम के साथ मनाया जाता है। जन्माष्टमी janmashtami के दिन लोग व्रत रखते हैं और जब अर्धरात्रि में श्रीकृष्ण का जन्म होता है उसके बाद कुछ खाया पिया जाता है। जन्माष्टमी janmashtami के दिन झाकियां निकाली जाती हैं और जगह - जगह पर भगवान् श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाता है उसी के साथ बड़ी धूमधाम से गाना बजाना और भजन गाए जाते हैं। जन्माष्टमी janmashtami ना सिर्फ जन्मदिवस है बल्कि सभी को आपस में मिलजुलकर रहने की तालीम भी देता है और साथ ही हमारे जीवन को एक बार राह दिखाने का प्रयास करता है। इसे krishna janmashtami के नाम से भी जाना जाता है।
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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी krishna janmashtami को हर धर्म के लोग आपस में खुशियां बांटते हैं। और आपकी बार krishna janmashtami जन्माष्टमी को इस कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए मनाया जाएगा। ताकि कोरोना महामारी हमारे जीवन पर हाबि ना हो सके। और हमारे जीवन की गतिविधि भी स्थगित ना होते हुए हम krishna janmashtami श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को हम अच्छे से सेलिब्रेट कर सके।
जन्माष्टमी janmashtami के दिन लोग भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति खरीदते हैं और उसका पूजन करते हैं साथ में मंदिर की सजावट, झूल झूलना और रासलीला का भव्य आयोजन किया जाता है। जो की भगवान श्रीकष्ण के जीवन पर आधारित होता है। भारत के कई राज्यो में जन्माष्टमी janmashtami के मौके पर लोग अपने घरों को बखूबी सजाते है और लोगो से मिलकर एक दूसरे को जन्माष्टमी janmashtami की बधाई देते है।
आपको जानकारी के लिए बता दूं की भगवान श्रीकृष्ण को मक्खन सबसे ज्यादा पसंद था। पुराणों के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण अपने साथियों के साथ मिलकर मक्खन की चोरी करते थे। इसीलिए जन्माष्टमी janmashtami के दिन लोग मक्खन का भोग भगवान श्रीकृष्ण को चढ़ाते है।
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